Polycystic ovary syndrome (PCOS) Solution By Shivam IVF




10 प्रतिशत महिलाएं पीसीओडी से प्रभावित हैं। निःसंतानता के मामलों में एक्सपर्ट से सलाह लें। अगर आप प्रेगनेंसी के लिए प्रयास कर रहे हैं तो पीसीओडी की वजह से प्रेगनेंसी प्रभावित हो सकती है क्योंकि निःसंतानता की सबसे आम समस्या पीसीओडी के लक्षण हैं जैसे आपके चेहरे पर अनचाहे बाल आ रहे हैं, अचानक से वजन बढ़ रहा है, या पीरियड समय पर नहीं आ रहे है। कुछ समय पहले यह समस्या सिर्फ 30 से 35 साल के ऊपर की महिलाओ में ही होती थी परन्तु अब कम उम्र की लड़कियां भी इससे प्रभाभित होती दिखाई देती है। पिछले कुछ वर्षो में, #PCOD के केसेज में 50 से 60 प्रतिशत वृद्धि हुई है। पीसीओडी या पीसीओएस यानि के पोली सिस्टिक ओवेरी डिजीज या सिंड्रोम में अंडाशय पर असर पड़ता है, जिसकी वजह से महिलाओं में प्रजनन क्षमता कम हो जाती है इसमें हार्मोन के असंतुलन की वजह से अंडाशय में गांठे हो जाती है | पीसीओडी की समस्या में आईवीएफ तकनीक कारगर साबित हो रही है, ऐसे में देरी नहीं करते हुए प्रजनन विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए।

डॉक्टर से बात करने के लिए कॉल करें - 9810740459 , 8287615626, 
या पुरानी रिपोर्ट्स e-mail करें - contact@shivamivfcentredelhi.com

Comments

Popular posts from this blog

Finding Hope at the Best Infertility Centre in Delhi

The Role of an Embryologist in Infertility Treatment

Is IUI Painful experience?